रात होने को आई है
रात होने को आई है
रात होने को आई है,
बात ये खुशनुमा लाई है ।
पहली मुलाकात उस रात को,
पा के मुझे अपने पास तू शरमाई है
प्यारी सी अदा, प्यारी सी हँसी,
अब बस तू ही मुझको भाई है ।
बैठा तुम्हारे साथ हुई बाते बहोत,
गेसू की घटा जो अब छाई है ।
है इस मौसम की ये अलग रात,
"नीरव" को तुम्हारा बनाने आई है ।