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Vivek Netan

Romance

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Vivek Netan

Romance

कब तेरी साँसे मेरा घर महकाएगी

कब तेरी साँसे मेरा घर महकाएगी

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200

फिर ना जाने कब तेरी साँसे मेरा घर महकाएगी

बीत ना जाये कही यह दिन सुहाने

फिर कैसे जियेंगे तेरे दीवाने

कब ना जाने चांदनी फिर यु इतराएगी


साथ जब तक है तेरा हमसफर

हँसते हँसते कट जायगे सफर

बिछड गए जो गर तुमसे हम

फिर क्या करेगे जी के सनम

फिर न जाने कब तेरी साँसे मेरे सांसो से टकराएगी


मिल गए हो जो हमको तुम

क्यों मांगे कुछ खुदा से हम

आईना सा बन गया है दिल मेरा

जब भी देखूं दीखता है चेहरा तेरा

फिर ना जाने कब बहारे मेरे गुलशन में आएगी


जब से की है सनम तेरी बंदगी

सपना सा बन गई है यह जिंदगी

खुशियों का ऐसा खजाना मिल गया है

अब मेरा दामन भी छोटा पड़ गया है

फिर ना जाने कब जिंदगी ऐसी नेमते बरसाएगी


खाओ मेरे प्यार की कसम आज

छोडोगे ना तुम कभी मेरा हाथ

साँसे जब तक तेरी मुझ तक आयेगी

मेरी साँसे भी चलती जायेगी

फिर ना जाने किस जन्म घडी प्यार की आयेगी


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