कदम भर साथ
कदम भर साथ
अपने हाथों में सजन थाम के, मेरा हाथ चलो
सफ़र ए मोहब्बत में ज़रा, क़दम भर साथ चलो
एक भी कांटा न चुभने दें, तेरे पाँव में हम सनम
हर तरफ़ फूल बिछा दें, तेरे क़दमों के तले हम
तुमसे वादा है 'ऊषा', मोहब्बत की हसीन राहों में
उम्र भर साथ चलेंगे हम, लेकर तुम्हें बांहों में सनम
कभी न रूठना हमसे, उल्फ़त की राहों में सनम
चले न जाएं कहीं हम, ख़ुदा की पनाह में सनम
चलो चलें कि पुकारती है, दूर कहीं मंज़िल हमको
गुनगुनाते हुए तुम हम, प्यार भरे गीत चलें हमदम।