कैसी हरियाली
कैसी हरियाली
पेड़ों की गिनती की जाती ,असंख्य इंसानों द्वारा।
फलां विभाग ने पांच लाख , फलां ने दस लाख लगाए।
स्कूल में गिनती सिखाई ही गई शायद,
आंकड़ों की बाजीगरी के लिए।
सीधी गिनती , फिर उलटी गिनती।
गिनती सीधी भूल,उलटी गिनती याद रख हम गिन रहे अनवरत।
रोज़ रोज़ की आंकड़ेबाजी ।
कितने पौधे पेड़ बन पाए ?
कितने पौधे लगाए ? यह सीधी गिनती, कौन करे?
कितने पेड़ लगाए? पेड़ लगाए? पौधा रोपा , पेड़ बनता ।
बेवकूफ खुद को बनाते ,
आंकड़ेबाजों की जय जयकार हो रही।
पौधे सूख रहे, पेड़ कट रहे ।
काग़ज़ी हरियाली बड़ रही दिन रात।l
मन्द मन्द, ठंडी शुद्ध हवा बह रही फाइलों में।
सरकारी/ अर्धसरकारी विभाग की।
हर इंसान का मगर दम घुट रहा ।
आंकड़ों के बाज़ीगर इंसान का ,
बाजीगरी देख , यकीन करने वाले इंसान का।