कैसे समाऊं तुझे
कैसे समाऊं तुझे
कैसे समझाऊं तुझे,
कैसे दिखाऊं तुझे,
हो क्या जाता है मुझे,
दूर जाने पे तेरे,
बस यूं समझ ले कि
दूर रेगिस्तान में कोई हमराही
बिन पानी के हो जाता है,
वह ही हाल इस दिल का
तुम बिन हो जाता है....
कैसे समझाऊं तुझे,
कैसे दिखाऊं तुझे,
हो क्या जाता है मुझे,
दूर जाने पे तेरे,
बस यूं समझ ले कि
दूर रेगिस्तान में कोई हमराही
बिन पानी के हो जाता है,
वह ही हाल इस दिल का
तुम बिन हो जाता है....