किसी से न करनी है बात
किसी से न करनी है बात
किसी से न करनी है अब बात,
कुछ यू ही अकेले निकालनी है अब रात,
जिनसे किए इज़हार वह राज की बातें,
अब वह ही छोड़ गए तन्हा हमे,
न ही समझे हमको न ही हमारी
भावनाओं को,
रूठ गए कुछ उल्टा ही समझ के
हमारी ग़लतियों को।