कार्य प्रगति पर है
कार्य प्रगति पर है
भले जीडीपी गिर जाए देश की
पर देश उन्नति पर है
लिखने में क्या जाता है
लगा दो बोर्ड चौराहे पर
कार्य प्रगति पर है
हाल पूछना हो तो पूछो
उन गरीब मज़दूरों से
सड़क बैठे भिखारी से
साक्षात्कार लो एक बार
पढ़े अनपढे बेरोजगारों से
छोटे-छोटे व्यापारियों से
जो रोज कमाकर खाते थे
नेता और बाबूओं का क्या
वो तो वेतन पाते हैं
बहुत हो गया
कोरोना का रोना
अब इसका बहाना बन्द करो
हम भी भारत के नागरिक हैं
कुछ तो मेरी भी बात सुनो
हाल-ए-दर्द बयां कैसे करुं साहब
भूख हमें भी लगती है
जी हां चौराहे पर लगी बोर्ड की तरह
कार्य प्रगति पर है
और मेरा कर्ज शिखर पर
एक अदने से खिलौने के खातिर
जब बच्चे याचक निगाहों से देखता है
पापा आयेंगे पैसे लायेंगे
मां उसे झूठी तसल्ली देती हैं
रोता हूं बहुत रोता हूं
अंदर ही अंदर दम घुटता है
जी करता है••••••••••
पर मासुम बच्चे को देख रुक जाता हूं
विराम सा लग गया है चहूं ओर
आंखों के आगे अंधियारा है
और कितना धीरज धरूं
कैसे मान लूं कार्य प्रगति पर है
कोरोना से तो बच गए साहब
पर अर्थ तंगी से नहीं बच पायेंगे
रेल कल कारखाने चालू करो
ताकि मेरा भी जीवन यापन हो पाएं
चमकते सूट बूट यदि प्रगति का आइना है
तो मैली कुर्ता धोती भी देश का पैमाना है
सीधी बात नहीं बकवास
बस पुराने दिन फिर से लौटा दो
हम मान जाएंगे साहब
देश उन्नति पर है
और कार्य भी प्रगति पर है।