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Praveen Gola

Romance

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Praveen Gola

Romance

काफी है

काफी है

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मेरे लिए बस तेरी एक मुस्कान ही काफी है ,

तेरे होने का एक एहसास ही काफी है ,

तू हँस भी देता है गर मेरी बातों पर ,

मेरे लिए तेरा वो एहसान ही काफी है।


इतना वक़्त नहीं अब

कि दोनों खुल कर मुस्कुरायें ,

अपनी - अपनी आदतों को फिर से दोहरायें ,

मेरे लिए अब तेरा थोड़ा वक़्त ही काफी है।


जो लम्हे गुजर गए उनकी याद के सहारे ,

कभी - कभी तुझे ढूंढ लेती हूँ रेत के किनारे ,

उस रेत में दबे वो अरमान ही काफी है ,

तेरे मेरे दिल के कुछ घाव ही काफी हैं।


तुमने हर बार मुझे हौसलों से वारा ,

मैं डूबती थी जब तुमने दिया किनारा ,

तेरे हाथ को पकड़ मैने सीख लिया जीना ,

तेरे इतने सहारे का धन्यवाद ही काफी है।


मैं रोज़ तुम्हें संदेश में भेजती हूँ अपना प्यार ,

तुम देख उसे लौटाते हो अपनेपन का एक ख्याल ,

तेरे - मेरे ख्याल का बस वो राज़ ही काफी है ,

मेरे लिए बस तेरी एक मुस्कान ही काफी है।



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