खुद को भुला के चाहूँ जो जीना किसी के लिए, मेरी ज़िंदगी पे उठे क्यों सवाल इतने? छोड़ क खुद को भुला के चाहूँ जो जीना किसी के लिए, मेरी ज़िंदगी पे उठे क्यों सवाल इतने...
कोई हमें छोड़ सकता है पर भूला नहीं सकता। कोई हमें छोड़ सकता है पर भूला नहीं सकता।
इतना प्यार करो इतना प्यार करो किसी से जितनी नफरत थी अब प्यार में बदल जाए। इतना प्यार करो इतना प्यार करो किसी से जितनी नफरत थी अब प्यार में बदल जाए।
गज़ल की तारीफ में शायरी नहीं की जाती। गज़ल की तारीफ में शायरी नहीं की जाती।
अपने को कर इतना बुलंद कि कोई भी हवा का झोंका तेरी मुस्कुराहट छीन न सके। तुझे तेरे से अपने को कर इतना बुलंद कि कोई भी हवा का झोंका तेरी मुस्कुराहट छीन न सके। ...
कैसे कर लेता है कोई इतना प्यार, उसका साथी ना मिले तो अकेले ही जी लेता है यार। कैसे कर लेता है कोई इतना प्यार, उसका साथी ना मिले तो अकेले ही जी लेता है यार।