ज़रूरत
ज़रूरत
कुछ बातों को समझना ज़रूरी होता है
कुछ यादों को जतलाना मुश्किल होता है
पर फिर भी कुछ बातों को
खुद से कहने का खुमार
ही कुछ और होता है
क्यों नहीं समझते हम
आँखों की भाषा को
सब कुछ कहना इतना
ज़रूरी क्यों होता है!
अच्छा है पक्षी
बोल नहीं पाते
एक दूसरे के खिलाफ
लड़ नहीं पाते!
बिना कुछ कहे सब
समझ जाते हैं
इंसान के लिए नया संदेश
ये लाते हैं
इंसान बोल कर भी
बोल नहीं पाता
अपने भावों को समझ नहीं पाता
इंसानो की दुनिया से
पक्षियों का संसार अच्छा है
कुछ कहे बिना
नयी दुनिया में ले जाता है!