जो साथ तूने मेरा दिया
जो साथ तूने मेरा दिया
जो साथ तूने मेरा दिया,
हर लम्हा तेरा हो जाऊंगा
जो हाथ मेरा यूं थामा
मैं मंद मंद मुस्करा जाऊंगा,
तुम तकदीर मेरी बनना
मैं छाया तेरी बन जाऊंगा
तुम खुशी मेरी बनना
मैं हमराही तेरा बन जाऊंगा,
यूं तो जीवन गुजर जाएगा
पथ के कांटे भी हट जाएंगे
सागर के इस भंवर से
साहिल भी मिल ही जाएगा,
यूं तो मधुशाला में बैठा
तन्हाई को जी आऊंगा
महफ़िल के उन रंगों में
एक राग सुना आऊंगा,
यूं तो संध्या की आगोश से
नई भोर भी जश्न मनाएगी
बर्फीली चोटी की अकड़ता
बहते नीर में बदल जाएगी,
जो जीभर मुझे देखा तो
नयनों का नीर बन जाऊंगा
कभी सोचा ख्यालों में तो
ख्वाब बनकर आ जाऊंगा।
तुम मेरी तरफ चले आना
मैं राह में खड़ा मिल जाऊंगा
तुम यूं जी भर गले लगा लेना
मैं हर लम्हा तेरा हो जाऊंगा । ।