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LALIT MOHAN DASH

Comedy Tragedy Fantasy

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LALIT MOHAN DASH

Comedy Tragedy Fantasy

जल्द मिले तो अच्छा है

जल्द मिले तो अच्छा है

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आजकल समाज में अश्लीलता 

ब्याभीचार और भ्रष्टाचार 

बढ़ता जा रहा है

वायरल होकर धूम मचा रखा है

नए नए नंगापन के वीडियो


सुबह से लेकर शाम तक

फिर शाम से देर रात तक

हो सकता है सारे रात भी ?

मीडिया सबकाम छोड़कर

चिल्ला चिल्ला कर

बड़े ही मस्ती में

देखा रहा है और चर्चा 

कर रहा है इन सब के वारे में


पर इनके इन चर्चा के पीछे

गिरा हुआ समाज केलिए

चिंता जताने या फिर उसे

सही रास्ते पर लाने केलिए

कोई सुचिंतित योजना 

सच में ऐसे कुछ भी नहीं लगता


गर कुछ है तो वह है

ये अश्लीलता या भ्रष्टाचार को

एक चटपटी रंगीन कहानी में

सजाकर अपने चैनल का

व्यापार वृद्धि का मतलब


कभी कभी ये लगता है

भूखा गिद्धों को जैसे 

खाने केलिए

बढ़िया लाश मिल गया है


फिर सुरू हो जाता है

उनके किचिर मिचीर ,हो हल्ला 

फिर कुछ दिन के बाद

सबकुछ चुप ...खामोश

उड़ जाएंगे ये 

कोई दूसरी लाश के तलाश में !


लगता है आजकल लोगों के पास

दौलत ,शोहरत ,सबकुछ है

पर प्यार का कमी जरूर है

या फिर ये भ्रष्टाचारी लोग

प्यार करना नहीं जानते

प्यार का उन्हें 

कोई मतलब ही नहीं

सिर्फ शरीर का भूख मिटाते हैं


हवस के पुजारी होते हैं ये लोग

अपना शरीर केवल नहीं

मन ,प्राण , यहांतक रूह को भी

बिक चुके हैं 

किसी तवायफ के पास

अपने इज्जत को नीलाम करके

छुप गए हैं अंधेरे में कहीं ....


पर कहते हैं लोग 

यहां कर्म का फल सबको मिलता है

कोई इससे बच कर जा नहीं सकता

सबको भुगतना पड़ेगा यहां

अपना किया हुआ पाप का फल

पर ये जितना जल्द मिले तो अच्छा है।


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