जल, प्रकृति और पर्यावरण
जल, प्रकृति और पर्यावरण
इस चराचर जगत के चलायमान हेतु,
आवश्यक हैं तत्व तीन,
जल, प्रकृति और पर्यावरण ।
जल बिना नहीं कोई जीवन,
प्रकृति बिना कोई अस्तित्व नहीं,
पर्यावरण बिना कोई संस्कृति नहीं ।
तीनों हैं जगत के पालनहार,
जिनसे होता सृष्टि का विकास,
जीवन सृजन होता इस पृथ्वी पर,
जिसके उद्भव में होता इनका पूरा योगदान ।
जब जल, प्रकृति और पर्यावरण मिलते हैं,
जीवन को साकार करते हैं,
इनमें इतनी शक्ति है होती,
मनुष्य हो या कीट-पतंगे,
सभी इनपर आश्रित हैं रहते,
सबका भरण-पोषण हैं करते,
संपूर्णता सबके जीवन में भरते ।