महात्मा बुद्ध
महात्मा बुद्ध
'लुंबिनी' में जन्म लेने वाले,
राजा शुद्धोधन पुत्र कहलाने वाले,
राजमहल में रहने वाले,
मखमल बिस्तर त्यागने वाले,
गृह छोड़ वन में बसने वाले,
तपस्वी रूप को धरने वाले,
हर क्षण तप में लीन रहने वाले,
बोधिवृक्ष के नीचे बैठने वाले,
सिद्ध ज्ञान प्राप्त करने वाले,
'सिद्धार्थ' से 'बुद्ध' बनने वाले,
सन्मार्ग पर चलने वाले,
अहिंसा को अपनाने वाले,
गुण, धर्म, शील बतलाने वाले,
मुख पर तेज छलकाने वाले,
सत्कर्म को सर्वोपरि मानने वाले,
उन महात्मा बुद्ध की भक्ति में,
हर पल मैं लीन हो जाऊँ,
सत्य, आष्टांगिक मार्ग पर चलकर,
जीवन अपना सफल बनाऊँ ।