जज्बात एक्सप्रेस
जज्बात एक्सप्रेस
सुनो एक बात है कहना
इश्क़ है हमें तुमसे
इस बात का जिक्र है करना
कब तक रखूं दिल की बात दिल में
इज़हारे मोहब्बत है गर करना
तो चलो कह दूँ इस वेलेंटाइन वीक में
इस फूल सी गुलाब को कौन सा गुलाब दूँ
मोहतरमा बड़ा नटखट है ये दिल
आखिर इज़हारे वफ़ा तुम्हें कैसे करूँ
अगर कहो तो दूध सी धुली हुई इस जर्द को
चॉकलेट के परत से ढाक दूँ
अगर तुम रूठ गए
तो टेडी सा बूकली-वुकली प्यार दूँ
करता हूं वादा
करता हूं वादा इस साथ को निभाने का
ना हो भरोसा तो गले लग धड़कनें वार दूँ
इस गुलाब सी सुर्ख पंखुड़ियों को चूम
इस वेलेंटाइन वीक अपने प्यार को एक नाम दूँ
गर ना हो भरोसा इस दिल पर
तो सुनो
पलट वार तुम भी करो
ये गुलाबी भंवर है प्रिये
आधा तेरा आधा मेरा
तो इज़हारे दिल की रस्में क्यों ना पूरी करूँ
अगर साथ ही चलना
तो चलो कर दूँ एक और इजहार इस वेलेंटाइन
क्या तुम्हें भी है सात जन्म मेरे साथ चलना...!!