जिंदगी
जिंदगी
जिंदगी हम लोगो को किस मोड़ पे ले आई,
ना माँ - बाप ना भाई बहन ना कोई भाई।
हर लड़की का है बॉयफ्रेंड,
हर लड़के ने गर्लफ्रेंड पाई।
कुछ दिनों के रिश्ते फिर वही रुसवाई,
जिंदगी हम लोगो को किस मोड़ पे ले आई।
जिंदगी हम लोगो को किस मोड़ पे ले आई,
कभी खुली हवा में घूमते थे,
अब एसी की आदत लग आई।
धूप हमसे सहन नहीं होती,
हर कोई देता यही दुहाई,
जिंदगी हम लोगो को किस मोड़ पे ले आई।
जिंदगी हम लोगो को किस मोड़ पे ले आई,
वर्क रिलेशन हम ने बढ़ाए,
दोस्तों की संख्या है घटाई।
पेशे में भरी उड़ान,
रिश्तों में मुह की खाई,
जिंदगी हम लोगो को किस मोड़ पे ले आई।