जिंदगी मुश्किलो से भरी हो भले
जिंदगी मुश्किलो से भरी हो भले
जिंदगी मुश्किलों से भरी हो भले
हौसलों से सभी को मिटा दीजिए
कुछ तो मेरी वफा का सिला दीजिए
दर्द दिल का बढ़ा अब दवा दीजिए
लौट के आएगी रौनकें फिर चमन
फासले गर दरमिया मिटा दीजिए
रूठने से तेरे रूह बेकल मेरी
हो गई है खता गर सजा दीजिए
रूह को भी मेरी चैन मिल जाएगा
हमनवा इक दफा मुस्कुरा दीजिए
कोयलों के भी सुर आपसे है सनम
आज फिर गीत कोई गुनगुना दीजिए
इल्तिजा है खुदा तुझसे महबूब का
साथ मुमकिन नहीं तो कजा दीजिए
स्वर्ण बनता है कुंदन अनल गोद में
आज ये दिल तुम तपा दीजिए ॥