जीवन
जीवन
यह जीवन तारों सा जलता बुझता है।
सुंदर वही होता है जो टूट कर फिर उठता है।
बिखरकर निखरने का एक नया ही अंदाज है।
होता जीवन का एक नया ही आगाज है।
अनुभव का नया रंग जीवन को मिलता है।
जिंदगी के कैनवास में वह खूबसूरत रंग खिलता है।
हार कर टूट कर जो यूं ही बैठ जाओगे।
तो जिंदगी की खूबसूरती का लुत्फ कहां से उठाओगे।
डूबता है चांद तभी तो लालिमा खिलती है।
अंधेरों को उजाले में बदलती है।
सुंदर दोनों पल है अंधेरा भी उजाला भी।
मिले कुछ भी मुस्कुराकर बस आगे बढ़ते रहना यूं ही।
