जीवन पिक्चर की कहानी
जीवन पिक्चर की कहानी
अब तंज कसे जाते मूल्यों पे,
वही बड़े जो मूल्य सिखाते,
कम होती हर बार
अपने बड़े होने की उम्मीद |
जीवन बन चला एक
पिक्चर की कहानी सा
या फिर किसी ने
कहानी चुरा ली मेरी जिंदगी से
लगता है की सफलता मिलनी नहीं
दिखनी भी चाहिए
दिखनी ज़रूर चाहिए गाड़ी कपड़ों से,
मिले न मिले किसे है परवाह
बेपरवाह मन बड़ा है व्याकुल
इंटरवल हो जाए इंतज़ार है
कोई खो गया हो अपना ऐसा लगता
मतलब में आजकल हर कोई यार है
डायरेक्ट नहीं हो पा रही
सही से ये मूवी अपनी
चलो अभी छोड़ते हैं
जैसे है अपनी करनी वैसी भरनी।