जीवन में सिगरेट की मिलावट
जीवन में सिगरेट की मिलावट
जीवन है , कोमल फूल गुलाब सा,
तुमने इसको जला जला कर बना दिया है राख सा,
सरल, शांत , निश्चल , दिल को जला रहे हो,
सिगरेट के धुएं में जीवन जला रहे हो,
कैसे तुम फूंकते फिरते हो ज़िन्दगी को बाजार में,
सोच भी नही पाते कि होंगे अपने किस हाल में ,
काश ! समय रहते नींद से जाग जाते,
तो तेरे अपने यूँ आज इतना आँसू नहीं बहाते ।।