जीवन में मेरा कर्तव्य
जीवन में मेरा कर्तव्य
कर्तव्य है मेरे जीवन में
डरना नहीं है जीवन में।
बाधाएँ आती है जीवन में
सामना होती है जीवन में।
कर्तव्य पथ पर चलना है
विपदाएँ दूर ही करना है।
सत्य पथ पर चलना है
प्रभु भक्ति नित्य करनी है।
निस्वार्थ भाव अपनाना है
निस्वार्थ से कार्य करना है।
धर्म ही है रतन हमारे
जीवन के दर्पण हमारे।
दुःख आये या बड़ी बीमारी
निपटना नित्य है धर्म हमारी।
कर्म के लिए ही जन्म हमारे
निस्वार्थ भाव ही कर्म हमारे।
कर्तव्य है मेरे जीवन में
डरना नहीं है जीवन में।