जीवन के रंग
जीवन के रंग
जिंदगी का फलसफा भी अजीब है
जिंदगी की राहों में जाने कितने लोग मिलते हैं
पर कुछ लोग दिल में उतर जाते हैं
यूं तो कुछ रिश्तों के नाम नहीं होते
पर कभी किसी मोड़ पे वही दिल के करीब हो जाते हैं
कभी तो दूरियां नजदीकियों का एहसास कराती है
और कभी लोग पास होकर भी दूर हो जाते हैं
यूं तो अक्सर लोग वक्त की कद्र नहीं करते
पर कुछ पल ऐसे भी होते हैं
जहां वक्त को थाम कर रखने की चाहत सभी रखते हैं
यूं तो गम का आना निराशा की दस्तक है
और गम का जाना खुशियों की अनुभूति है
जैसे कभी वही छांव जाड़े में सिहरन दे रुलाती है
तो गर्मी में वही छांव धूप की तपिश को कम करती है
शायद यही जिंदगी का फलसफा है
जो हमें जिंदगी के मायने है सिखाती !