जीवन एक अनमोल रतन
जीवन एक अनमोल रतन
देवताओं के लिए भी मुश्किल है पाना मानव तन।
जीवन मिलता है एक बार ही।
कैसे काटोगे यह पूर्णतया निर्भर है तुम पर ही।
कुछ लेकर आए भी नहीं कुछ लेकर जाओगे भी नहीं।
माता-पिता और रिश्तेदारों को चुनने का तुम्हें अधिकार नहीं।
लेकिन परमात्मा ने एक बहुत बड़ी नियामत दी है।
तुमको जीवन में कुछ भी सोचने की ताकत दी है।
नकारात्मक सोचोगे तो नकारात्मकता ही पाओगे।
सकारात्मक सोचोगे तो बहुत कुछ कर जाओगे।
जीवन अपने आप में संपूर्ण है।
खुद भी सुखी रहे लो और दूसरों को भी सुख से जीने दो,
जिंदगी के सारे मजे तुम पा जाओगे अगर
दूसरों के रास्ते में कांटे ना बिछाओगे।
इस जीवन में ही इतनी ताकत है कि सन्मार्ग पर चलोगे
तो एक दिन भवसागर से भी तर जाओगे।
मानव जीवन को व्यर्थ ना गंवाना।
दुनिया में आए हो तो कुछ सकारात्मक ही कर जाना।
