झूठ का जादू
झूठ का जादू
मैं जब जब सच कहती
हर कोई मुझे
भला बुरा कहता
दुत्कार देता
कभी मुझे
प्यार मिला ही नहीं
हमेशा इन आँखों मे
गंगा जमुना ही
बही और इतनी बही की
इन आँखों को धुँधला कर गई
फिर मैंने देखा
जिन लोगो को प्यार मिलता है
वो झूठ बोलते है
कोई उन्हें डाँटता भी नहीं
सब झूठ के आकर्षण में
मोहित हो जाते है
और सब कुछ भूल जाते है
इसे कहते है
झूठ का जादू