कुछ मुस्कुराहट मेरी सबके दिल जलाती है इतने पर भी मुझे कहाँ शर्म आती है मेरी आँखों में सू... कुछ मुस्कुराहट मेरी सबके दिल जलाती है इतने पर भी मुझे कहाँ शर्म आती है ...
अपमानित होकर भी, हुंकार नहीं दोगे अपमानित होकर भी, हुंकार नहीं दोगे
बस अपने दोनों हाथों मिलती दो जून की रोटी। बस अपने दोनों हाथों मिलती दो जून की रोटी।
'हमारे बुरे बरताव को माफ करती है वोह, हमारे दुत्कारने जाने के बाद भी दुआ देती है वोह ।' मातृप्रेम की... 'हमारे बुरे बरताव को माफ करती है वोह, हमारे दुत्कारने जाने के बाद भी दुआ देती है...
बेटियाँ किसी को नहीं चाहिये सभी को बहु चाहिए! बेटियाँ किसी को नहीं चाहिये सभी को बहु चाहिए!
होता है घोषित यहाँ,जब जब भी मतदान। सहते थे दुत्कार जो, बन जाते भगवान। होता है घोषित यहाँ,जब जब भी मतदान। सहते थे दुत्कार जो, बन जाते भगवान।