अगर हम जिंदा है तो मर मर कर जिए क्यों ? अगर हम जिंदा है तो मर मर कर जिए क्यों ?
वृक्ष लगाओ वृक्ष लगाओ, घर आंँगन तक हरियाली पहुंँचाओ। वृक्ष लगाओ वृक्ष लगाओ, घर आंँगन तक हरियाली पहुंँचाओ।
ईश्वर के बाद एक सुंदर रूप कवि ही दर्शाता है! ईश्वर के बाद एक सुंदर रूप कवि ही दर्शाता है!
संगीत का आठवाँ सुर हो तुम नया कोई एक रंग कल्पना का! संगीत का आठवाँ सुर हो तुम नया कोई एक रंग कल्पना का!
बिना मांग उपहार दे , यह अजीब संकेत। शंका पैदा कर गया ,सब हो गए सचेत। बिना मांग उपहार दे , यह अजीब संकेत। शंका पैदा कर गया ,सब हो गए सचेत।
नवदुर्गा के ,माना गया ,होते हैं नौ रूप। होते हैं नौ भोग भी, जैसे अलग स्वरूप।।१।। नवदुर्गा के ,माना गया ,होते हैं नौ रूप। होते हैं नौ भोग भी, जैसे अलग स्वरूप।।...