कितना प्रकाश रखा भर कर यहाँ। कितना प्रकाश रखा भर कर यहाँ।
गांववालों उठो देखो अब सीता की परीक्षा कब तक ? गांववालों उठो देखो अब सीता की परीक्षा कब तक ?
अपने आत्मा को परमात्मा की गोद में सुलाने आई हूँ अपने आत्मा को परमात्मा की गोद में सुलाने आई हूँ
जिनका बटुआ रहता खाली, पेट न भरती उस घर थाली। जिनका बटुआ रहता खाली, पेट न भरती उस घर थाली।
दिल से करे हम सत्कार्य होंगे खत्म मुक्ति मार्ग के भक्षक। दिल से करे हम सत्कार्य होंगे खत्म मुक्ति मार्ग के भक्षक।
प्रकृति का अंश हो भोग-विलास की वस्तु नहीं। प्रकृति का अंश हो भोग-विलास की वस्तु नहीं।