झांसी की रानी लक्ष्मी बाई
झांसी की रानी लक्ष्मी बाई
समय था वो सन सत्तावन का,
जो था प्रसिद्ध मणिकर्णिका के लिए,
जिसमें उसने पकड़ रखा था तलवार अपने हाथ।
प्रिय था घुड़ सवारी उनको,
और खेलती थी तलवारों के साथ।
गुरु थे उनके तात्या,
जिनके साथ मिलकर किया उसने की धूर्त फिरंगियों की हत्या ।
लिख इतिहास में और गवाह है वह :
चमक उठी सन सत्तावन में,
वह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हर बोल के मुंह से,
हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो,
झांसी वाली रानी थी।