जाने कैसे
जाने कैसे
जिसके लिए की
पराई अपनी दुनिया
उसकी दुनिया का
अपना हम हो ना सके
मशग़ूल हमेशा वो
अपनी ही दुनिया में
हमारे दिल के क़रीब आने की
फ़ुरसत पा ना सके
ख़ताओं पे हमारी
ख़फा होते रहे
अपने प्यार को हमारी कमियों से
कैसे वो तौल सके
हम बदल बदलकर
ख़ुद को ही खोते रहे
अपने प्यार को नफ़रत में
जाने कैसे वो बदल सके।