जां तू मेरी
जां तू मेरी
तेरी इन आँखों में, खुद को मैं देखूँ जी,
क्या राज इनमें छिपा
तेरी ये बातें कानों में रस घोले जी,
क्या तूने मुझसे कहा
जां तू मेरी जां तू मेरी
जान से प्यारा , लागे रे
जां तू मेरी जां तू मेरी
क्या तू मेरालागे रे
तुम जो मुझसे नज़रें मिलाते हो
दिल में कुछ - कुछ होता है,
साजना कैसे कहूँ मैं
क्या - क्या सपने संजोता है।
जाओ जी जाओ, यूं पास ना आओ तुम,
धक-धक दिल धड़के पिया
तेरी ये बातें कानों में रस घोले जी,
क्या तूने मुझसे कहा
जां तू मेरी जां तू मेरी
जान से प्यारा , लागे रे
जां तू मेरी जां तू मेरी
क्या तू मेरालागे रे।
फिल्म - परिणीता
तर्ज /धुन - पियू बोले