जान ले खुद को
जान ले खुद को


जान ले खुद को
कितना भी तू जान ले जग को ,
मान ले मेरी एक सिख ,
जब तक खुद को ना जानेगा ,
ईश्वर को ना पायेगा ,।
त्याग दे मन के अहंकार को ,
छोड़ दे सारे बुरे काम को,
सब कुछ बदल जायेगा ,
स्वयं को ईश्वर के करीब पायेगा,।
स्वयं को तू कर ले स्वीकार ,
ना रख मन में कोई विकार,
तू स्वयं कहीं नहीं जाएगा,
ईश्वर ही तेरे पास आयेगा ,।
धूल जायेंगे सारे पाप ,
ना रहेगा कोई श्राप ,
सब कुछ यहीं पड़ा रह जायेगा,
तेरा किया ही साथ जायेगा।