Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Nishant Kumar Saxena

Tragedy Crime Inspirational

4  

Nishant Kumar Saxena

Tragedy Crime Inspirational

जाकी मोटी चोट

जाकी मोटी चोट

1 min
401


आज का जमाना यह है

सबसे प्रेम से मिलो

किसी से तकलीफ है तो दूर हो जाओ 

बात मत करो।


लेकिन बेवजह किसी को तंग मत करो 

क्योंकि आज के लोगों की सहनशक्ति बहुत कमजोर हो गई है।

कोई किसी का उधार रखना नहीं जानता

सबमें हिंसा और बदले की वृत्ति बढ़ गई है।


आजकल ताकत या पैसे से किसी को दबा तो सकते हैं।

लेकिन आज दुर्बल मोटी हाय देने के लिए खामोश नहीं बैठता

बल्कि उसके हाथ में एक कट्टा और दो गोलियां हो गई हैं।  


भाई कब तक सहेगा कोई। 

कब तक भगवान भरोसे बैठेगा।

न जाने कब कौन किस मूड में बैठा हो 

तुम तंग करो और तुम्हें ठोक दे।


इसलिए 

बेवजह किसी का उपहास उड़ाने

किसी पर फब्तियां कसने 

किसी का अपमान करने 

किसी को अपशब्द कहकर उसके हृदय को ठेस पहुंचाने 

अथवा किसी को मारपीट कर उसे डराने धमकाने से पहले  

सोचना कमस्कम बीस बार।


इसलिए किसी से बेवजह ना उलझो 

वरना कोई सताया हुआ 

कब आपके कागज पूरे कर दे 

कुछ पता नहीं मेरे यार।


फूलन देवी, माखन

मल्लाह, कल्लू और पान सिंह तोमर को किसने बनाया ?

क्या यह तहकीकात नहीं होनी चाहिए।


यह बड़ा सवाल है।

जिन्हें हम डाकू कहते हैं।

कभी उनकी सच्चाई भी जान लेनी चाहिए।


अपना घर देखो 

अपनी जिंदगी देखो 

दूसरों की जिंदगी में मत झांको।

कर सकते हो तो निस्वार्थ भाव से परोपकार करो।

लोगों को अपनेपन से समझाओ सबसे प्यार करो।

स्वस्थ रहो मस्त रहो।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy