जाकी मोटी चोट
जाकी मोटी चोट
आज का जमाना यह है
सबसे प्रेम से मिलो
किसी से तकलीफ है तो दूर हो जाओ
बात मत करो।
लेकिन बेवजह किसी को तंग मत करो
क्योंकि आज के लोगों की सहनशक्ति बहुत कमजोर हो गई है।
कोई किसी का उधार रखना नहीं जानता
सबमें हिंसा और बदले की वृत्ति बढ़ गई है।
आजकल ताकत या पैसे से किसी को दबा तो सकते हैं।
लेकिन आज दुर्बल मोटी हाय देने के लिए खामोश नहीं बैठता
बल्कि उसके हाथ में एक कट्टा और दो गोलियां हो गई हैं।
भाई कब तक सहेगा कोई।
कब तक भगवान भरोसे बैठेगा।
न जाने कब कौन किस मूड में बैठा हो
तुम तंग करो और तुम्हें ठोक दे।
इसलिए
बेवजह किसी का उपहास उड़ाने
किसी पर फब्तियां कसने
किसी का अपमान करने
किसी को अपशब्द कहकर उसके हृदय को ठेस पहुंचाने
अथवा किसी को मारपीट कर उसे डराने धमकाने से पहले
सोचना कमस्कम बीस बार।
इसलिए किसी से बेवजह ना उलझो
वरना कोई सताया हुआ
कब आपके कागज पूरे कर दे
कुछ पता नहीं मेरे यार।
फूलन देवी, माखन
मल्लाह, कल्लू और पान सिंह तोमर को किसने बनाया ?
क्या यह तहकीकात नहीं होनी चाहिए।
यह बड़ा सवाल है।
जिन्हें हम डाकू कहते हैं।
कभी उनकी सच्चाई भी जान लेनी चाहिए।
अपना घर देखो
अपनी जिंदगी देखो
दूसरों की जिंदगी में मत झांको।
कर सकते हो तो निस्वार्थ भाव से परोपकार करो।
लोगों को अपनेपन से समझाओ सबसे प्यार करो।
स्वस्थ रहो मस्त रहो।।