इतना बता दो?
इतना बता दो?
अगर मुझे हो जाये
प्यार तुमसे
तो मुझे इतना बता दो ,
तुम इंकार कैसे करोगी।
निकलोगी मेरे
सामने से कैसे
क्या तुम जब निकलोगी
मेरी गली से ?
पाँव दबा लोगी
अच्छा बताओ क्या
साँसे भी रोक लोगी ?
अगर मैंने देख लिया
तुमको ऐसे जाते
फिर क्या करोगी ?
अगर मुझे हो जाये
प्यार तुमसे
तो मुझे इतना बता दो ,
तुम इंकार कैसे करोगी।
और अगर किसी दिन
रोक लिया रास्ता मैंने
तो क्या मोहल्ला
इकठा ना करोगी ?
कैसे छुपा पाओगी
मन के भाव को ,
अच्छा आंखें मिलाओगी
या अँखियाँ बंद करोगी ?
लगता है गुस्से में
मेरा हाथ ही झटक डौगी।
अगर मुझे हो जाये
प्यार तुमसे
तो मुझे इतना बता दो ,
तुम इंकार कैसे करोगी।
मैं तो याद आऊंगा नहीं
क्योकि तुम्हे प्यार नहीं
पर क्या मेरे सपनो में
आने से तुम खुद को
भी रोक लोगी ?
वक़्त से साथ सब
बदलता रहता है ,
तुम्हे भी अहसास
एक दिन मेरा होगा ही ,
क्या उसे छुपा सकोगी ?
अगर मुझे हो जाये प्यार तुमसे
तो मुझे इतना बता दो ,
तुम इंकार कैसे करोगी।
मैं तुम्हारे दिन रात में
खुद को बसा लूंगा ,
तुम जब भी ढूँढोगी
इन पलकों पे जगह दूंगा ,
नज़रअंदाज़ नहीं
करूंगा कभी तुम्हे ,
ना तुम्हे ही खोने दूंगा
इतनी सी सिफारिश
अपने दिल से करो
सारे घर पर राज़ है जिसका
उसे तुम होठों के
दरवाज़े से आने दो ना।
बस कह दो इतना
आओ मेरे संग चलो ना।
अगर मुझे हो जाये प्यार तुमसे
तो मुझे इतना बता दो ,
तुम इंकार कैसे करोगी।