Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Atiendriya Verma

Romance Classics

4  

Atiendriya Verma

Romance Classics

इश्क

इश्क

1 min
401


तेरे इश्क को तेरी निगाहों

से पड़ा है हमने

तेरे इश्क को तेरे अल्फाज़ो

से पिया है हमने


तेरे इश्क की आहट से

दरवाजों पर लागे

 जले उतर गए हैं

जो कभी खंडर हुआ करता

था वो आज तेरे इश्क का आशियाना है


न देखना मुझे ताज महल

न देखना मुझे एफिल टावर

न देखना मुझे स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी

ना देखना मुझे कुछ


तेरे इश्क के अक्स से

मोहब्बत की एक एक बूंद को तेरी

निगाहो से देखना है

तेरी मोहब्बत के साए में खुद को

खोटे देखना है


वो किताब भी कितनी खूबसूरत होगी

जिस किताब में तेरी खूबसुरती का पाना होगा

वो किताब भी कितनी कातिलाना होगी

जिसमे तेरी कातिलाना 

अदा का पाना होगा..


क्या खूबसूरत वो किताब होगी

क्या खूबसूरत वो इश्क होगा

क्या खूबसूरत वो लम्हा होगा

क्या खूबसूरत वो सियाही होगी

क्या खूबसूरत वो समां होगा


जिस किताब में तेरी मोहब्बत के अल्फाज होंगे

वो सियाही जिस सियाही से तेरा नाम लिखा जाएगा

वो सियाही कितनी खूबसुरत होगी जब तेरे महंदी रचे हाथो से 

नाम तेरा मेरा साथ में लिखा जायेगा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance