इश्क में बुलडोजर
इश्क में बुलडोजर
एक बंगालन को
मुझसे इश्क हुआ
मांग रही थी वो
रब से दुआ
प्रभु इस डॉक्टर को
मेरे पास ला दो
हो सके तो मेरा
ब्याह कर दो
प्रभु के थे बोल
बेटी जरा संभल के
अपना मुंह खोल
जब तक बाबा
दीदी हैं कुंवारे
कितने भी तू कर ले
मेरे मनुहारे ...
दीदी की गर्जना और
बाबा का बुलडोजर
है मशहूर
तू ना रहना
मेरे नशे में चूर
वह बाबा है
मेरा भक्त
लेकिन आदत का
है बड़ा सख्त
इसलिए मैं भी
कुछ न कर पाऊंगा
वरना मुझे भी कहेगा
देवलोक ...
बुलडोजर भिजवाऊंगा।
