STORYMIRROR

Vishal Kumar

Drama Romance Fantasy

4  

Vishal Kumar

Drama Romance Fantasy

इश्क़ का इल्म

इश्क़ का इल्म

1 min
35

निगाहें उस नौनिहाल से अंजाने में मिल गई

नाज़ुक सा क़ल्ब बेकाबू हो गया


तकनीकें इश्क़ का कोई इल्म ना था

नफ़्स क़फ़स से फ़ना हो रहा था


 बेजान सा, बेज़ार सा एक नुमाइश था

 नातमाम सा, नाचार सा एक नाफ़हम था


नाचीज़ की निगाहें उस माहताब से टकरा गई

तकनीकें इश्क़ की हर कायदा बता गई।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama