इश्क़ का इल्म
इश्क़ का इल्म
निगाहें उस नौनिहाल से अंजाने में मिल गई
नाज़ुक सा क़ल्ब बेकाबू हो गया
तकनीकें इश्क़ का कोई इल्म ना था
नफ़्स क़फ़स से फ़ना हो रहा था
बेजान सा, बेज़ार सा एक नुमाइश था
नातमाम सा, नाचार सा एक नाफ़हम था
नाचीज़ की निगाहें उस माहताब से टकरा गई
तकनीकें इश्क़ की हर कायदा बता गई।