Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

हरीश कंडवाल "मनखी "

Fantasy

4  

हरीश कंडवाल "मनखी "

Fantasy

इशारा तो कर दो

इशारा तो कर दो

1 min
275


अगर तुम हमसे नाराज नहीं

फिर खफा खफा से क्यों हो

कह दो जो भी कहना है तुमको

नहीं कुछ कहना तो फिर चुप क्यों हो।


 हुई है गर हमसे कोई नादानियाँ

नादान समझ कर दुलार कर दो

दिल की आवाज को समझे हम कैसे

ऐसा कोई प्यार से इशारा तो कर दो।


 उम्र ही तो ढली है, दिल तो जवां है

बाल ही तो सफेद हुए, मन तो युवा है

जमाने ने भले हमें उम्र दराज बताया हो

मोहब्बत तो आज भी वहीं वैसे ही जिंदा है।


 ये मोहब्बत भी बड़ी अजीब है

गैरों को भी अपना बना देती है

जब इश्क होता है किसी से

खुद को भी इसमें लुटा देती है।



Rate this content
Log in