इंतजार
इंतजार


कठिन डगर और चाहत तुझे पाने की,
न आओगे तुम फिर भी इंतजार तेरे आने की।
किये थे वादे भी न छोड़ जाने की,
फिर भी नहीं कोई गम बिछड़ जाने का।
यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ न जाने कहाँ कहाँ,
हरपल महफूज करती हूं दिलाये तेरे यकीं की।
माना दर्द बड़ा है इन डगमग राहों में,
फिर भी बड़ा मजा है ऐसे ही अपनी मंजिल पाने का।