माँ
माँ


जन्म देकर के एहसान मुझपे किया
खुद से ज्यादा मेरा ध्यान तुमने दिया
पूरी करके मेरी हर एक ख्वाहिशें
अपने जीवन को कुर्बान मुझपे किया
सिखाया उँगली पकड़ चलना हाथ में
मेरी हिम्मत हो माँ मेरी मुश्किलात में ) -2
कोई समझे या ना तुम समझती हो माँ
मेरी खातिर व्रत पूजा रखती हो माँ
तेरी बातों से दिल को सुकूँ मिलता है
सारे दुःख को सुखों में बदलती हो माँ
तुम सा देखा नहीं पूरे कायनात में
मेरी हिम्मत हो माँ...........
ज़िंदगी की जंग में विजेता रहूँ
रब से पहले तेरा नाम लेता रहूँ
कर दूँ आँचल में तेरे खुशियों की बारिशें
कुछ रहूँ न रहूँ अच्छा बेटा रहूँ
तेरे गम की लकीरें हो, सब मेरे हाथ में
मेरी हिम्मत हो माँ......