दर्द
दर्द
दर्द को तन्हाई में छोड़ दिया !
याद करना छोड़ दिया !
जिकर करना भी छोड़ दिया !
तसब्बुर तेरे अल्फ़ाज़ मिरि नब्ज़ !
क़सम कासिम की !
अब तो रोना छोड़ दिया !
तखलिया कहना कह कर !
बेइज्जत होना बद्तमीज !
का काम था उसकी गली से !
अब अरुण ने गुजरना भी छोड़ दिया !
दर्द को तन्हाई में छोड़ दिया !
याद करना छोड़ दिया !
जिक्र करना भी छोड़ दिया !