ये मजदूर🛠️
ये मजदूर🛠️
कितने मजबूर हैं ये मजदूर !
दूसरों के सपने सजोने वाले ही
अपने सपनों से कोसों दूर हैं
ये मजदूर
किस्मत तो देखो इनकी
दूसरों के घर बनाने वाले ही
अपने घरों से कितने दूर हैं
ये मजबूर
गगनचुंंबी मीनार हो या
उस तक जाने की राह
इन सभी को तैयार करते हैं
ये “मजबूर-मजदूर”
खुद सड़कों पर रहकर
दूसरों के महल तैयार करते हैं ये मजदूर,
अपनी खुशियां मारकर
दूसरों को खुशियां देते हैं ये मजदूर
खुद ताप -शीत -चक्रवात से प्रभावित होकर भी
दूसरों को इन सभी से बचाते हैंं
ये मजदूर
लकीरें तो देखो इनकी
अपनी छत से दूर होकर भी
दूसरों को छत देते हैं
ये मजदूर।
