STORYMIRROR

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

4  

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

जीवन रक्षक

जीवन रक्षक

1 min
383

आओ मिलकर इनको नमन करें हम भी कुछ ऐसे कर्म करें I 

आओ मिलकर इनको नमन करें हम भी कुछ ऐसे कर्म करें I 


आज कोरोना के दौर में मंदिर से ऑफिस तक सब बंद है ,

हमारे कर्मचारी और डॉक्टर सभी जी जान से लगे हुए हैं ,

आओ मिलकर इनको नमन करें हम भी कुछ ऐसे कर्म करें I 


हमारी जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे ,

किनसे कहे अपना दुःख यहाँ तो सभी दुःख और परेशान हैं ,

आओ मिलकर इनको नमन करें हम भी कुछ ऐसे कर्म करें I 


जीवन रेत की भांति हाथों से फिसलता जा रहा है जाने कहाँ ,

और इस मुश्किल की घड़ी में हमारा हाथ थामा इन्होंने है ,

आओ मिलकर इनको नमन करें हम भी कुछ ऐसे कर्म करें I 


इनके बिना तो हमारे जीवन की गाड़ी कभी न आगे बढ़ेगी,

हमारे जीवन की रोजमर्रा की जरूरत इनसे ही पूरी होती है,

आओ मिलकर इनको नमन करें हम भी कुछ ऐसे कर्म करें I 


हमारा ईश्वर भी इनके ही रूप में इस धरती पर समाया है,

ये जीवन रक्षक ही अपने रूप बदल –बदलकर यहाँ आया है,

आओ मिलकर इनको नमन करें हम भी कुछ ऐसे कर्म करें I 


आज जहाँ अपना अपनों का ही न रहा वहाँ ये नजर आते हैं ,

ये दिल से हर काम करते कहीं तो अपने रिश्ते बिखर जाते हैं,

आओ मिलकर इनको नमन करें हम भी कुछ ऐसे कर्म करें I


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract