Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Sandeep Panwar

Romance

3  

Sandeep Panwar

Romance

इंतजार

इंतजार

1 min
228


ये क्या मदहोशी है 

तेरी इन आँखों में

जैसे खोया खोया सा है 

कोई सपना,

कोई अपना या किसी

का सदियों से इंतजार है

इनमें

जो छुपाए नहीं छुपता,

मुझे तो सब दिखता है 

इन आँखों में

पर ढूंढे से भी 

मैं नहीं दिखता


बिना बारिश इन आँखों 

में पानी बार बार क्यों

आता है 

कभी धूल कभी मिट्टी 

तुझे कौन कौन रुलाता है

मैं जानता हूँ 

तेरी इन आँखों में 

कोई धूल नहीं कोई नमी नहीं

इनमें इंतजार ही है पगली


ये मेरा कोई वहम नहीं,

मुझे दुख नहीं ये इंतजार

मेरे लिए नहीं

पर तेरे भीतर दर्द है 

है तो सही

मुझे सब दिखता है 

मेरी जान

ये प्यार का दर्द है

ये छुपाए नहीं छुपता

मैं जानता हूँ तेरे भीतर 

की खामोशी को

जो दबाए नहीं दबती 

जज़्बात जो दिल में है

कमबख्त आँखें बयाँ

कर ही देती है...


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance