इम्तेहान
इम्तेहान
नज़र से नज़र तुम मिला लो मुझसे,
इश्क की जाम छलकाया करो,
दिल से मैं चाहता हूंँ तुम्हें ओ सनम,
मेरा इम्तहान अब न लिया करो।
दिल से दिल तुम मिला लो मुझसे,
दिल से धडकन तुम मिलाया करो,
दिल में है तस्वीर तुम्हारी ओ सनम,
मेरा इम्तहान अब न लिया करो।
सांसो की सरगम तुम सुन लो मुझसे,
इश्क का सूर तुम मिलाया करो ,
मैं हूँ तुम्हारे इश्क में दीवाना ओ सनम,
मेरा इम्तहान अब न लिया करो।
बहुत नाराज तुम हो गई हो मुझसे,
मेरे इश्क को तुम महसूस किया करो,
अब इम्तहान करना छोड़ दो "मुरली",
दौड़कर मेरी बांहों में सिमटा करो।

