इज्जत दार
इज्जत दार
थोड़ी देर क्या हुई गुनहगार हो गए,
सारे फर्ज निभाएं फिर भी गैर जिम्मेदार हो गए,
हम तो गए थे महफिल की शोभा बढ़ाने,
महफिल में ही हम शर्मसार हो गए।
थोड़ा हंस कर बात क्या किए मक्कार हो गए,
जो नजरें लड़ा रहे थे दूर से इज्जतदार हो गए,
समय निकाले थे जिस इज्जत के खातिर,
इज्जत भी ना मिली और बेकरार बन गए।

