हरिवंशराय बच्चन
हरिवंशराय बच्चन
मधुशाला से प्रसिद्ध साहित्यकार,
जीवंत हाला पंक्तियों में सदाबहार,
शख्स जो बन शख्सियत कहलाए,
राष्ट्र जागृति लाने वाले हरिवंशराय ।।
काव्यांजलि को उकेरने अद्भुत कला,
क्षणभंगुर जीवन की पहचानी शाला,
मन में आशाओं को जन-जन पाला,
सुधा रस पान करने का जग प्याला।।
दुःख सुख के जीवन की ग़ज़ब लीला,
मधुकलश, मधुशाला और मधुबाला,
आकुल अंतर, मिलन यामिनी की बेला,
करें अर्पित कविवर फूलों की माला।।
ओज, श्रृंगार, वीर, प्रेमभाव से परिपूर्ण,
संगमतट जन्म ले सूर्य के तेज़ से मशहूर,
समाज कल्याण लेखनी से बने पालनहार,
साहित्य उत्थान से होती है जयजयकार।।
नमन कर करते सदा सब प्रणाम,
देश को विभूषित कर पुत्र रत्न से,
विश्वभर में सुपरस्टार अमिताभ नाम,
संस्कारित देशभक्त अमरत्व को प्रदान।।
