हमने एतबार किया
हमने एतबार किया
हमने सिर्फ एक खता की,
आप पर ऐतबार किया,
दिल ने जो भी कहा था,
वो सब आपसे इकरार किया।
आपने हमें धोखा देकर,
दिल को बेकरार किया,
सपनों की दुनिया में भी,
आपने दिल से खेल कर रुसवा किया।
जिसे चाहा दिल-ओ-जान से,
उसने ही हमें बर्बाद किया,
हमने समझा था अपना,
उसी ने हर ख्वाब चकनाचूर किया।
अब तन्हाई में रोते हैं,
तेरी यादों के सहारे,
जिसने हमें सपने दिखाए,
उसी ने दिल से खेला हमारे।
रातों की नींदें उड़ी हैं,
दिनों का चैन भी छिना,
हमने जो कुछ भी था,
आपकी खातिर ही तो जीना।

