STORYMIRROR

Nand Kumar

Inspirational

4  

Nand Kumar

Inspirational

हम सब आत्मा मातृभूमि की

हम सब आत्मा मातृभूमि की

1 min
363

हम सब आत्मा मातृभूमि की, 

हम सब इसकी जान हैं ।

हम ही इसके कर्मठ सुत, 

इसके गौरव की शान हैं।


चित्रकार इस उजड़े भारत, 

की उज्ज्वल तस्वीर के ।

शिक्षित स्वस्थ निरोगी उन्नत, 

राष्ट्र की तकदीर के ।


बनकर के कर्तव्य परायण, 

निज कर्तव्य निभाना है ।

अखिल विश्व के जीव जनो पर, 

प्रेम सुधा बरसाना है ।


तज कर बैर छल कपट अनृत, 

सब को गले लगाना है ।

ऊंच नीच अरु जाति धर्म का,

 भेद हमे बिसराना है ।


बाहों मे भरकर के उमंग, 

सब बिघ्न समूल मिटाना है ।

संघर्ष नाम है जीवन का, 

उससे न कभी घबराना है ।


मन को सुरसरि सा निर्मल, 

तन वज्र समान बनाना है ।

निज सामर्थ्य मुताबिक सब को, 

सब का साथ निभाना है ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational