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Rajit ram Ranjan

Romance

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Rajit ram Ranjan

Romance

हम फिर कभी नहीं मिलेंगे....!

हम फिर कभी नहीं मिलेंगे....!

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बिन धूप के ये फूल 

शायद अब नहीं खिलेंगे

बिन मरहम के ये ज़ख्म 

लगता हैं अब नहीं भरेंगे।

 

ये इश्क़ की आरजू है, 

या बेफिजूल चाहत

दिल में दबी-दबी बात है, 

या एक सुकून, राहत।

 

पता नहीं

कि क्या है

मगर लगता है, 

आज के बाद हम

फिर कभी नहीं मिलेंगे।


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