हिंदी सा प्यार
हिंदी सा प्यार
सुनो मेरे जाना तुम मुझसे हमेशा हिन्दी सा प्यार जताना,
आ में जैसे अ मिलता है एसे तुम मेरे दिल में बस जाना।
न कहीं ज्यादा न कहीं कम हर अक्षर का महत्व बन जाना,
इक अक्षर का मतलब इक ही रखना जाना
न अंग्रेजी जैसे चार मतलब दर्शाना।
अक्षर लिखा है पर बिन मतलब में
न कभी मुझे यूं महसूस कराना,
जैसे हिंदी में बिंदी की भी जगह है
मुझको भी तुम वैसे ही अपनाना।
मैं कभी जो बड़ी "ई" बनकर तुमको गुस्सा दिखलाऊं
तो तुम छोटी "इ" बन मुस्काकर मुझे मनाना,
तू तू मैं मैं में हम न उलझेँ बस इतना मुझे बताना।
सुनो मेरे जाना तुम मुझसे हमेशा हिंदी सा प्यार जताना।